Son of Sardaar 2 Trailer: अजय देवगन का ‘पाकिस्तान-ट्रॉलिंग’ अवतार! मुकुल देव की आखिरी झलक ने किया इमोशनल, Fans ने पूछा – सोनाक्षी कहाँ हैं?

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Action, Emotion और Nostalgia का धमाकेदार कॉकटेल!

मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री में जब भी कोई बड़ा trailer release होता है, तो इंटरनेट पर एक तूफ़ान सा आ जाता है। और इस बार यह तूफ़ान लेकर आए हैं खुद Ajay Devgn, अपनी much-awaited फिल्म ‘Son of Sardaar 2’ के साथ। ट्रेलर आ चुका है, और आते ही इसने social media पर तहलका मचा दिया है। यह सिर्फ एक ट्रेलर नहीं है, यह action, comedy, देशभक्ति और emotion का एक ऐसा ‘power-packed’ कॉकटेल है जिसने दर्शकों की उम्मीदों को आसमान पर पहुंचा दिया है। 25 जुलाई को रिलीज़ होने वाली इस फिल्म का ट्रेलर तीन बड़ी वजहों से चर्चा में है – अजय देवगन का बेबाक अंदाज़, एक प्यारे कलाकार को आखिरी सलाम, और एक पुरानी याद जो फैंस के दिलों में बस गई है।

पहली ‘Son of Sardaar’ की ज़बरदस्त कामयाबी के बाद, इस sequel का इंतज़ार सालों से हो रहा था। उस फिल्म में अजय देवगन, सोनाक्षी सिन्हा और संजय दत्त की तिकड़ी ने जो कमाल किया था, उसे दोहराना एक बड़ी चुनौती है। लेकिन ट्रेलर देखकर लगता है कि मेकर्स ने इस बार entertainment का dose double करने की पूरी तैयारी कर ली है। एक hard-hitting journalist के तौर पर, यह ट्रेलर सिर्फ एक फिल्म का प्रोमो नहीं, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर हिट होने वाले हर formula का एक सटीक मिश्रण नज़र आता है।

अजय देवगन का ‘पाकिस्तान-ट्रोलिंग’ अवतार, क्या फिर छिड़ेगा Controversy का नया दौर?

ट्रेलर का सबसे ज़्यादा ‘talked-about’ पहलू है अजय देवगन का किरदार और उनके dialogues। रिपोर्ट्स और ट्रेलर के सीन्स से यह साफ़ इशारा मिल रहा है कि फिल्म में ‘पाकिस्तान-ट्रोलिंग’ का एक मज़बूत element है। अजय देवगन का किरदार, अपने देसी सरदार वाले अंदाज़ में, पड़ोसी मुल्क पर तीखे और मज़ेदार तंज कसता हुआ दिखाई दे रहा है। यह एक ऐसा फॉर्मूला है जो हाल के दिनों में कई फिल्मों के लिए box-office gold साबित हुआ है।

चाहे ‘Gadar 2’ हो या कोई और देशभक्ति फिल्म, ‘anti-Pakistan’ sentiment को भुनाने का चलन बॉलीवुड में नया नहीं है। लेकिन ‘Son of Sardaar 2’ इसे comedy और action के तड़के के साथ परोस रही है। सवाल यह उठता है कि क्या यह सिर्फ एक मज़ेदार कहानी का हिस्सा है या फिर एक सोची-समझी strategy? क्या फिल्म के dialogues सीमा पार विवाद खड़ा करेंगे? और क्या सेंसर बोर्ड इस ‘trolling’ पर अपनी कैंची चलाएगा? ट्रेलर ने इन सवालों को जन्म दे दिया है। अजय देवगन पहले भी ‘Bhuj: The Pride of India’ जैसी फिल्मों में देशभक्ति का दम दिखा चुके हैं, लेकिन इस बार उनका कॉमिक अंदाज़ इस ‘ट्रोलिंग’ को एक नया dimension दे रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि दर्शक इसे कैसे लेते हैं – एक light-hearted comedy की तरह या एक jingoistic statement की तरह।

पर्दे पर मुकुल देव की आखिरी झलक, नम हुईं आँखें

ट्रेलर का एक पल ऐसा भी है जो आपको हंसाने या रोमांचित करने के बजाय आपकी आँखें नम कर देता है। यह पल है दिवंगत अभिनेता मुकुल देव की पर्दे पर आखिरी झलक। मुकुल देव, जो अपनी दमदार एक्टिंग और शानदार personality के लिए जाने जाते थे, अब हमारे बीच नहीं हैं, और ‘Son of Sardaar 2’ उनकी आखिरी फिल्म है। ट्रेलर में उन्हें देखना उनके फैंस के लिए एक bitter-sweet experience है – एक तरफ अपने पसंदीदा कलाकार को फिर से पर्दे पर देखने की खुशी है, तो दूसरी तरफ यह अहसास है कि यह उनकी आखिरी परफॉरमेंस है।

सोशल मीडिया पर फैंस मुकुल देव को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। यह फिल्म अब सिर्फ एक entertainment project नहीं, बल्कि मुकुल देव की विरासत को एक सलाम भी बन गई है। उनके सह-कलाकारों और फिल्म के मेकर्स के लिए भी यह एक भावुक मौका होगा। उनकी मौजूदगी फिल्म को एक अलग ही वज़न देती है। यह एक कलाकार की विदाई है, जो अपने आखिरी काम के ज़रिए हमेशा के लिए अमर हो जाएगा।

‘Where is Sonakshi?’ – पहली फिल्म की यादों में खोए फैंस

एक तरफ जहां नए elements की चर्चा है, वहीं दूसरी तरफ फैंस को पुरानी यादें भी सता रही हैं। ‘Son of Sardaar’ की सफलता में अजय देवगन और सोनाक्षी सिन्हा की fresh-faced chemistry का बड़ा हाथ था। फिल्म में उनका चुलबुला रोमांस और नोंक-झोंक दर्शकों को खूब पसंद आया था। लेकिन ‘Son of Sardaar 2’ के ट्रेलर से सोनाक्षी सिन्हा गायब हैं। उनकी जगह मृणाल ठाकुर के होने की खबरें हैं।

जैसे ही ट्रेलर रिलीज़ हुआ, fans ने comments section में ‘Miss you Sonakshi’ और ‘We want Sonakshi back’ जैसे messages की झड़ी लगा दी। लोग पहली फिल्म के गानों और सीन्स को याद कर रहे हैं, जिसमें संजय दत्त का किरदार भी एक अहम हिस्सा था। यह fan reaction दिखाता है कि एक हिट sequel बनाना कितना मुश्किल काम है। दर्शकों को कुछ नया भी चाहिए, लेकिन वे पुराने किरदारों से भी जुड़े रहना चाहते हैं। अब सारी ज़िम्मेदारी नई lead actress पर है कि क्या वह सोनाक्षी द्वारा सेट किए गए high benchmark को छू पाती हैं या नहीं। यह nostalgia फिल्म के लिए फायदेमंद भी हो सकता है और नुकसानदायक भी, यह तो 25 जुलाई को ही पता चलेगा।

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