Dalal Street का Morning Show: GIFT Nifty
हर सुबह 9:15 बजे जब भारतीय शेयर बाजार की घंटी बजती है, तो लाखों निवेशकों और ट्रेडर्स की धड़कनें तेज़ हो जाती हैं। बाजार आज ऊपर खुलेगा या नीचे? क्या आज तेजी होगी या मंदी? इन सवालों का जवाब जानने की उत्सुकता चरम पर होती है। लेकिन क्या हो अगर आपको बाजार खुलने से कुछ घंटे पहले ही इसका एक मज़बूत अंदाज़ा मिल जाए? यहीं पर एंट्री होती है ‘GIFT निफ्टी’ की, जो दलाल स्ट्रीट के लिए एक ‘मॉर्निंग शो’ या फिल्म के ट्रेलर की तरह काम करता है।
गुजरात की GIFT सिटी में स्थित NSE IX एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला यह इंडेक्स, भारतीय बाजार के लिए एक शक्तिशाली प्री-मार्केट इंडिकेटर बन चुका है। यह लगभग 21 घंटे ट्रेड होता है, जिससे यह अमेरिकी और एशियाई बाजारों के सभी उतार-चढ़ाव को अपने अंदर समेट लेता है। जुलाई 2025 की शुरुआत में, जब भारतीय बाजार एक लंबी गिरावट के बाद संभलने की कोशिश कर रहा था, तब GIFT निफ्टी ही वह ‘ज्योतिष’ था जो लगातार एक पॉजिटिव शुरुआत के संकेत दे रहा था। यह रिपोर्ट इस बात की पड़ताल करेगी कि GIFT निफ्टी कैसे काम करता है और ट्रेडर्स इसके संकेतों को डिकोड करके अपनी रणनीति कैसे बनाते हैं।
जुलाई का Trading Setup: जब GIFT Nifty ने दी हरे झंडी
जुलाई 2025 की शुरुआत भारतीय बाजार के लिए काफी मुश्किल भरी रही। निफ्टी इंडेक्स लगातार 10 दिनों की गिरावट (10-day losing streak) का सामना कर चुका था, जिससे निवेशकों में एक डर का माहौल था। ऐसे में हर सुबह GIFT निफ्टी के आंकड़े उम्मीद की एक किरण लेकर आ रहे थे।
- 1 जुलाई, 2025: बाजार खुलने से पहले, GIFT निफ्टी 37.50 अंक (0.16%) की बढ़त के साथ 25,638.50 पर ट्रेड कर रहा था, जो एक मज़बूत शुरुआत का साफ संकेत था।
- 4 जुलाई, 2025: एक बार फिर, GIFT निफ्टी ने 37.50 अंक (0.15%) की बढ़त के साथ 25,532.50 पर कारोबार किया, जिसने बाजार में एक और गैप-अप ओपनिंग की नींव रखी।
- 10 जुलाई, 2025: इस दिन भी पैटर्न जारी रहा। GIFT निफ्टी 37.50 अंक (0.15%) ऊपर 25,567.50 पर था। दिलचस्प बात यह है कि कई मीडिया हेडलाइंस इसे ’40 अंक ऊपर’ बता रही थीं, लेकिन सटीक आंकड़ा 37.50 का था।
इन आंकड़ों से साफ है कि GIFT निफ्टी ने लगातार बाजार को एक पॉजिटिव दिशा दी। इसी दौर में निफ्टी ने 1.1% की ज़ोरदार उछाल के साथ अपनी 10 दिनों की गिरावट का सिलसिला तोड़ा था। यह दिखाता है कि GIFT निफ्टी के संकेत कितने सटीक साबित हो सकते हैं।
Signal Positive, Trend Weak: यह है असली खेल
एक पत्रकार का काम सिर्फ सतह पर दिख रहे आंकड़ों को बताना नहीं, बल्कि उसके पीछे की सच्चाई को सामने लाना है। GIFT निफ्टी का पॉजिटिव सिग्नल देना कहानी का सिर्फ एक हिस्सा है। असली खेल बाजार के ओवरऑल ट्रेंड (Overall Trend) में छिपा है।
विश्लेषकों के अनुसार, इन पॉजिटिव संकेतों के बावजूद, निफ्टी का शॉर्ट-टर्म ट्रेंड ‘कमज़ोर’ (weak) बना हुआ था। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है कि भले ही बाजार सुबह अच्छी बढ़त के साथ खुले, लेकिन दिन के दौरान बिकवाली का दबाव (selling pressure) आ सकता है और बाजार अपनी शुरुआती बढ़त गँवा सकता है।
इसका एक उदाहरण 10 जुलाई को देखने को मिला। जहाँ एक तरफ GIFT निफ्टी हरे निशान में था, वहीं दिन के कारोबार में सेंसेक्स मामूली रूप से गिर गया और निफ्टी 25,500 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। यह विरोधाभास ट्रेडर्स के लिए एक बड़ी सीख है: GIFT निफ्टी ओपनिंग का संकेत देता है, क्लोजिंग का नहीं। यह आपको बताता है कि दिन की शुरुआत कैसे हो सकती है, लेकिन दिन कैसा बीतेगा, यह घरेलू फैक्टर्स, FII/DII की खरीद-बिक्री और दिन के दौरान आने वाली ख़बरों पर निर्भर करता है।
GIFT Nifty क्या है और यह काम कैसे करता है?
तो आखिर यह GIFT निफ्टी है क्या बला? आसान शब्दों में, यह निफ्टी 50 इंडेक्स का ही एक डेरिवेटिव (फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट) है। लेकिन यह भारत के मुख्य एक्सचेंज NSE या BSE पर ट्रेड नहीं होता। यह गुजरात की गांधीनगर में स्थित स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन ‘GIFT सिटी’ के अंदर मौजूद NSE IX (NSE International Exchange) पर ट्रेड होता है।
इसका सबसे बड़ा फायदा है इसकी टाइमिंग। जहाँ भारतीय बाजार सुबह 9:15 से दोपहर 3:30 तक ही खुला रहता है, वहीं GIFT निफ्टी लगभग 21 घंटे ट्रेड होता है। इसके दो ट्रेडिंग सेशन होते हैं:
- पहला सेशन: सुबह 6:30 बजे से दोपहर 3:40 बजे (भारतीय समयानुसार)
- दूसरा सेशन: शाम 4:35 बजे से अगली सुबह 2:45 बजे (भारतीय समयानुसार)
इस लंबे ट्रेडिंग समय के कारण, जब रात में अमेरिकी बाजार (Dow Jones, Nasdaq) में कोई बड़ा बदलाव होता है या सुबह-सुबह एशियाई बाजार (Nikkei, Hang Seng) खुलते हैं, तो उसका असर तुरंत GIFT निफ्टी पर दिखने लगता है। भारतीय बाजार खुलने तक यह सारे ग्लोबल संकेतों को absorb कर चुका होता है। इसीलिए, सुबह 8 बजे के आसपास GIFT निफ्टी की चाल देखकर यह अंदाज़ा लगाना आसान हो जाता है कि निफ्टी और सेंसेक्स की ओपनिंग कैसी होगी।
ट्रेडर्स के लिए क्यों है यह ‘ब्रह्मास्त्र’?
आज के दौर में, जहाँ जानकारी ही सबसे बड़ी ताकत है, GIFT निफ्टी ट्रेडर्स के लिए किसी ‘ब्रह्मास्त्र’ से कम नहीं है। यह उन्हें बाकियों से एक कदम आगे रहने में मदद करता है। प्री-मार्केट एनालिसिस करके, वे अपनी ट्रेडिंग रणनीति बना सकते हैं। अगर GIFT निफ्टी बड़ी बढ़त दिखा रहा है, तो वे गैप-अप ओपनिंग के लिए तैयार रहते हैं। अगर गिरावट है, तो वे अपनी पोजीशन को हेज (hedge) करने या शॉर्ट-सेलिंग के मौके तलाश सकते हैं।
इसी एनालिसिस के आधार पर एक्सपर्ट्स ‘ट्रेडिंग आइडियाज’ (Trading Ideas) देते हैं और बताते हैं कि कौन से ‘स्टॉक्स इन न्यूज़’ (Stocks in News) रहेंगे, जैसे TCS, Data Pattern या Cummins India।
हालांकि, यह याद रखना ज़रूरी है कि GIFT निफ्टी कोई जादू की छड़ी नहीं है। यह एक इंडिकेटर है, गारंटी नहीं। लेकिन दलाल स्ट्रीट के इस हाई-स्टेक गेम में, जहाँ हर सेकंड मायने रखता है, सुबह-सुबह मिला यह संकेत सोने से कम कीमती नहीं है।