London, Lord’s: क्रिकेट के मक्का, लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में कहानी पूरी तरह से पलटती हुई नज़र आ रही है। दूसरा टेस्ट 336 रनों के विशाल अंतर से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर करने वाली भारतीय टीम इस समय बैकफुट पर है। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया और दूसरे दिन का खेल खत्म होते-होते 350 से ज़्यादा का स्कोर खड़ा कर दिया है। इस मज़बूत स्थिति की नींव रखी इंग्लैंड के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ Joe Root ने, जो पहले दिन 99 रन बनाकर नाबाद रहे, और इस इमारत को बुलंद किया बल्लेबाज़ Smith ने, जिन्हें एक महंगा जीवनदान मिला और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाते हुए एक तूफानी अर्धशतक जड़ दिया।
Day 1: The Joe Root Masterclass
गुरुवार को जब इंग्लैंड के कप्तान ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी चुनी, तो पिच बल्लेबाज़ी के लिए अच्छी लग रही थी। लेकिन भारत के pace spearhead जसप्रीत बुमराह की वापसी से भारतीय आक्रमण में एक नई धार थी। बुमराह ने शुरुआत में ही इंग्लैंड के दोनों ओपनर्स, Zak Crawley और Ben Duckett को सस्ते में पवेलियन भेज दिया। एक समय ऐसा लगा कि भारतीय गेंदबाज़ इंग्लैंड को जल्दी समेट देंगे और Reuters के शब्दों में, ‘India sensed a big chance’ (भारत ने एक बड़ा मौका भांपा)।
लेकिन फिर क्रीज़ पर आए Joe Root। उन्होंने एक छोर पर लंगर डाल दिया और एक शानदार पारी खेली, जिसे BBC ने ‘superb’ करार दिया। Root ने न सिर्फ भारतीय गेंदबाज़ों का डटकर सामना किया, बल्कि खराब गेंदों को बाउंड्री के बाहर भी भेजा। उन्होंने Ben Stokes के साथ मिलकर एक अहम साझेदारी की और इंग्लैंड को शुरुआती झटकों से उबारा। दिन का खेल जब खत्म होने वाला था, तो पूरी दुनिया की नज़रें Root पर थीं। वह 99 रन पर नाबाद थे, लॉर्ड्स के অনার্স बोर्ड पर एक और शतक से सिर्फ एक रन दूर। उनके साथ Stokes 39 रन बनाकर क्रीज़ पर थे और इंग्लैंड का स्कोर 251-4 था – एक सम्मानजनक स्कोर, जिसने मैच को बराबरी पर ला खड़ा किया था।
Day 2: वो एक कैच और Smith का पलटवार
दूसरे दिन की सुबह जब खेल शुरू हुआ, तो भारतीय टीम की रणनीति साफ़ थी – जल्दी से जल्दी विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी को समेटना। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। क्रीज़ पर आए नए बल्लेबाज़ Smith, जो सिर्फ 5 रन पर थे, जब उन्होंने एक शॉट खेला और गेंद सीधे फील्डर केएल राहुल के हाथों में गई। यह एक आसान सा कैच था, लेकिन राहुल ने उसे टपका दिया। क्रिकेट में कहा जाता है ‘Catches win matches’, और यह छूटा हुआ कैच शायद इस मैच का turning point साबित हो सकता है।
इस जीवनदान के बाद Smith ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने भारतीय गेंदबाज़ों पर पलटवार किया और महज़ 52 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। उन्होंने आक्रामक रुख अपनाया और स्कोरबोर्ड को तेज़ी से आगे बढ़ाया। जहां एक तरफ जसप्रीत बुमराह ‘brilliantly’ गेंदबाज़ी कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ भारत की खराब फील्डिंग ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। Smith की इस पारी ने इंग्लैंड को 350 के पार पहुंचा दिया और मैच पर उनकी पकड़ को बेहद मज़बूत कर दिया। भारत ने जो मौका सुबह बनाया था, वो एक कैच के साथ हाथ से फिसल गया।
सीरीज़ का रोमांच और आगे की चुनौती
यह नहीं भूलना चाहिए कि इस टेस्ट से पहले भारत ने शानदार वापसी की थी। दूसरे टेस्ट में Shubman Gill की बेहतरीन बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ Deep (जिनका पहला नाम उपलब्ध नहीं है) के 10-विकेट हॉल ने भारत को 336 रनों की ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। उस जीत के बाद momentum पूरी तरह से भारत के साथ था। लेकिन लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने दिखाया है कि वह अपनी घरेलू परिस्थितियों में कितने खतरनाक हैं।
अब मैच पूरी तरह से इंग्लैंड के कब्ज़े में जाता दिख रहा है। 350 से ऊपर का पहली पारी का स्कोर किसी भी टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त देता है। अब भारतीय बल्लेबाज़ों पर पहाड़ जैसा दबाव होगा। उन्हें न केवल एक बड़े स्कोर का पीछा करना है, बल्कि लॉर्ड्स की पिच पर इंग्लैंड के मज़बूत गेंदबाज़ी आक्रमण का भी सामना करना है, जो ताज़ा और आत्मविश्वास से भरे होंगे।
आगे की राह भारत के लिए कांटों भरी है। बल्लेबाज़ों को असाधारण प्रदर्शन करना होगा। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे इंग्लैंड को एक बड़ी बढ़त लेने से रोकें। केएल राहुल का वह छूटा हुआ कैच अब टीम को कितना खलेगा, यह तो वक़्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल, इंग्लैंड इस मैच में बहुत आगे निकल चुका है और यहां से भारत को वापसी करने के लिए किसी चमत्कार की ज़रूरत होगी। सीरीज़ 2-1 की बढ़त के लिए एक रोमांचक मोड़ पर खड़ी है, और अगले तीन दिन यह तय करेंगे कि लॉर्ड्स का यह किला कौन फ़तेह करता है।