Lord’s पर Rahul का ‘राज’, रचा नया इतिहास
Cricket की दुनिया में कुछ मैदान सिर्फ ईंट और गारे से नहीं बने होते, वे इतिहास, परंपरा और सपनों से बने होते हैं। London का Lord’s Cricket Ground एक ऐसा ही मक्का है। यहाँ के honours board पर अपना नाम लिखवाना हर क्रिकेटर का सपना होता है। और इस सपने को एक नहीं, बल्कि दो बार सच कर दिखाया है भारत के ‘classy’ बल्लेबाज़ KL Rahul ने। तीसरे Test match के दौरान, एक challenging pitch पर, KL Rahul ने 176 गेंदों में धैर्य और आक्रामकता का शानदार मिश्रण दिखाते हुए अपना दूसरा शतक जड़ा और अपना नाम इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों से लिखवा लिया।
यह कोई मामूली शतक नहीं था। यह एक ऐसी पारी थी जिसने न सिर्फ Team India को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि Rahul को एक ऐसे elite club में शामिल कर दिया, जहाँ पहुंचने का सपना भारतीय क्रिकेट के बड़े-से-बड़े दिग्गज देखते रह गए। Lord’s की pitch, जो हमेशा बल्लेबाज़ों के patience का इम्तिहान लेती है और recklessness को सज़ा देती है, उस पर Rahul ने एक masterclass पारी खेली। उन्होंने गेंद को मेरिट पर खेला, खराब गेंदों को बाउंड्री के पार भेजा और अच्छे ओवरों को सम्मान दिया। उनकी यह पारी technique, temperament और timing का एक बेहतरीन नमूना थी, जिसने साबित कर दिया कि क्यों उन्हें इस पीढ़ी के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में से एक माना जाता है।
Tendulkar और Kohli को छोड़ा पीछे, Vengsarkar के Club में शामिल
इस शतक का असली महत्व आंकड़ों में छिपा है। KL Rahul, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में Dilip Vengsarkar के बाद सिर्फ दूसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने ‘Home of Cricket’ कहे जाने वाले Lord’s में एक से ज़्यादा Test शतक लगाए हैं। यह एक ऐसी उपलब्धि है जो भारतीय क्रिकेट के ‘भगवान’ कहे जाने वाले Sachin Tendulkar और आधुनिक युग के ‘King’ Virat Kohli भी हासिल नहीं कर पाए। इन दोनों महान खिलाड़ियों के नाम Lord’s में एक भी शतक नहीं है, जो इस मैदान की मुश्किलों और Rahul की उपलब्धि के आकार को और बड़ा कर देता है।
Dilip Vengsarkar, जिन्हें ‘Colonel’ के नाम से जाना जाता है, ने Lord’s में तीन शतक जड़े थे, जिसके कारण उन्हें ‘Lord of Lord’s’ का खिताब मिला था। अब, दशकों बाद, KL Rahul ने उस विरासत में अपना नाम जोड़ा है। यह दिखाता है कि Rahul के पास न सिर्फ प्रतिभा है, बल्कि बड़े मंच पर प्रदर्शन करने का वो x-factor भी है जो एक अच्छे खिलाड़ी को एक महान खिलाड़ी बनाता है। Vengsarkar के exclusive club में शामिल होना Rahul के career का एक defining moment है, जो हमेशा याद रखा जाएगा।
शतक के जश्न के बीच Run-Out का Drama और Kumble की फटकार
जहाँ एक तरफ Rahul के शतक का जश्न था, वहीं दूसरी तरफ मैदान पर एक dramatic run-out ने माहौल में थोड़ी तल्खी घोल दी। यह घटना तब हुई जब Rahul अपने शतक के करीब थे। उनके और Rishabh Pant के बीच एक रन लेने को लेकर confusion हुआ, जिसके परिणामस्वरूप Pant को अपना wicket गंवाना पड़ा। मैदान पर Pant ने Rahul से पूछा भी, “चौका क्यों नहीं मारा?” (Why didn’t you hit a four?), जिससे दोनों के बीच की हड़बड़ी का पता चलता है।
इस incident पर भारत के पूर्व कप्तान और महान लेग स्पिनर Anil Kumble ने दोनों खिलाड़ियों को आड़े हाथों लिया। Kumble ने अपनी expert commentary में कहा कि दोनों बल्लेबाज़ “शतक तक पहुँचने की जल्दी में थे” (were in a hurry to reach the century)। उन्होंने Joe Root का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे Root को अपने शतक के लिए पूरी रात इंतज़ार करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने धैर्य नहीं खोया। Kumble की यह ‘schooling’ या फटकार इस बात की याद दिलाती है कि Test cricket में हर एक रन और हर एक wicket कितना कीमती होता है, और milestones के करीब पहुँचते हुए composure बनाए रखना कितना ज़रूरी है। यह drama Rahul के शतक की कहानी का एक दिलचस्प sub-plot बन गया।
एक Classy पारी, जिसने आलोचकों को दिया जवाब
KL Rahul का career उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उन्हें अपनी consistency को लेकर अक्सर आलोचना का सामना करना पड़ा है। लेकिन जब भी उन पर सवाल उठे हैं, उन्होंने अपने बल्ले से जवाब दिया है। Lord’s में यह ऐतिहासिक पारी उन सभी आलोचकों के लिए एक करारा जवाब है। यह पारी सिर्फ रनों के बारे में नहीं है, यह resilience, mental strength और self-belief के बारे में है।
इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में, जहाँ गेंद swing और seam दोनों करती है, वहाँ opener के तौर पर आकर शतक लगाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए एक सपने जैसा होता है। Rahul ने यह सपना जिया है, और एक बार नहीं, दो बार। उन्होंने दिखाया है कि जब वह अपनी लय में होते हैं, तो दुनिया के किसी भी bowling attack को भेदने की क्षमता रखते हैं।
यह शतक Rahul के Test career को एक नई दिशा देगा। यह उन्हें टीम में एक senior और भरोसेमंद बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित करेगा। Lord’s के honours board पर दो बार अपना नाम लिखवाकर KL Rahul ने न सिर्फ भारत का मान बढ़ाया है, बल्कि खुद को भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ियों की श्रेणी में शामिल होने का एक मजबूत दावा पेश किया है। अब वह सिर्फ एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी नहीं, बल्कि Lord’s के नए ‘King’ हैं।