Lord’s में 24 साल के अंग्रेज ने रचा इतिहास! Dhoni-Sangakkara को छोड़ा पीछे, की de Kock के World Record की बराबरी

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Lord’s के मैदान पर गूंजा 24 साल के ‘Bazball’ स्टार का नाम

क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर जब कोई खिलाड़ी रिकॉर्ड बनाता है, तो उसका नाम इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है। शुक्रवार को भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन, कुछ ऐसा ही देखने को मिला। इंग्लैंड के 24 साल के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज और टीम के उप-कप्तान जेमी स्मिथ ने एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया, जिसने क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। भारतीय गेंदबाजों का सामना करते हुए, इस युवा खिलाड़ी ने न सिर्फ अपनी टीम के लिए रन बटोरे, बल्कि एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना डाला जिसकी बराबरी करना बड़े-बड़े दिग्गजों के लिए भी एक सपना रहा है।

यह सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह इंग्लैंड की ‘Bazball’ क्रांति का एक और सबूत है, जहाँ युवा खिलाड़ियों को निडर होकर खेलने का लाइसेंस दिया जाता है। जेमी स्मिथ उसी निडर क्रिकेट का एक चमकता हुआ सितारा बनकर उभरे हैं। भारत जैसी मज़बूत टीम के खिलाफ, लॉर्ड्स के दबाव भरे माहौल में यह कारनामा करना इस खिलाड़ी की काबिलियत और temperament की गवाही देता है।

क्या है यह World Record? Dhoni-Sangakkara भी रह गए पीछे

जेमी स्मिथ ने जो रिकॉर्ड बनाया है, वह है टेस्ट क्रिकेट में बतौर विकेटकीपर सबसे तेज़ 1000 रन पूरे करने का। उन्होंने यह मुकाम अपनी 21वीं पारी में हासिल किया। इस achievement के साथ, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। डी कॉक ने भी 21 पारियों में ही यह कारनामा किया था।

इस रिकॉर्ड का महत्व तब और भी बढ़ जाता है जब हम इसकी तुलना खेल के कुछ महानतम विकेटकीपर-बल्लेबाजों से करते हैं। श्रीलंका के दिग्गज कुमार संगकारा, जिन्हें सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में गिना जाता है, या फिर भारत के कैप्टन कूल एमएस धोनी, जो अपनी शानदार विकेटकीपिंग और बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं, वे भी अपने करियर में इतनी तेज़ी से इस मुकाम तक नहीं पहुँच पाए थे। स्मिथ का इतनी कम उम्र और इतने कम मैचों में इस elite club में शामिल होना यह बताता है कि हम एक असाधारण प्रतिभा को देख रहे हैं। यह ‘superb achievement’ स्मिथ को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए अमर कर देगी।

कौन है यह नया English Sensation, Jamie Smith?

तो आखिर यह जेमी स्मिथ हैं कौन, जिन्होंने इतनी कम उम्र में इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है? 24 वर्षीय स्मिथ इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट का एक बड़ा नाम हैं और उन्हें काफी समय से इंग्लैंड टीम का भविष्य माना जा रहा था। वह सिर्फ एक आक्रामक बल्लेबाज और एक कुशल विकेटकीपर ही नहीं, बल्कि इंग्लैंड टेस्ट टीम के उप-कप्तान भी हैं। यह दिखाता है कि टीम मैनेजमेंट को उनकी leadership qualities पर कितना भरोसा है।

उनकी अहमियत सिर्फ उनके रनों तक सीमित नहीं है। जैसा कि Wisden ने भी कहा, ‘Others will argue he gives England more than just his runs with his vice captaincy and as a backup wicketkeeper, plus he’s a very good fielder.’ इसका मतलब है कि स्मिथ टीम को एक complete package देते हैं – एक भरोसेमंद बल्लेबाज, एक लीडर, एक बेहतरीन फील्डर और ज़रूरत पड़ने पर एक सॉलिड विकेटकीपर। उनका शांत स्वभाव और मैच की समझ उन्हें अपनी उम्र से कहीं ज़्यादा परिपक्व खिलाड़ी बनाती है।

भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में बना यह कीर्तिमान

यह ऐतिहासिक पल भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही căng thẳng से भरी टेस्ट सीरीज़ के तीसरे मैच के दौरान आया। लॉर्ड्स में खेले जा रहे इस मैच के दूसरे दिन, जब इंग्लैंड की टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी, तब जेमी स्मिथ क्रीज़ पर आए। अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान ही उन्होंने 1000 टेस्ट रनों का आंकड़ा पार किया और इस रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया।

यह उपलब्धि इसलिए भी ख़ास है क्योंकि यह दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम, भारत, के खिलाफ आई है। भारतीय टीम का गेंदबाज़ी आक्रमण दुनिया के सबसे खतरनाक आक्रमणों में से एक माना जाता है, और उनके सामने इस तरह की उपलब्धि हासिल करना स्मिथ के कौशल और आत्मविश्वास को दर्शाता है। यह दिखाता है कि वह सिर्फ छोटी टीमों के खिलाफ ही नहीं, बल्कि बड़े मंच पर, बड़े खिलाड़ियों के सामने perform करने का माद्दा रखते हैं।

एक रिकॉर्ड, और भविष्य की सुनहरी झलक

महज़ 24 साल की उम्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी करना जेमी स्मिथ के लिए एक शानदार शुरुआत है। यह उनके सुनहरे भविष्य की एक झलक मात्र है। इंग्लैंड को उनमें एक ऐसा खिलाड़ी मिल गया है जो आने वाले एक दशक तक टीम की बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी संभाल सकता है। उनकी उप-कप्तानी यह भी संकेत देती है कि भविष्य में हम उन्हें इंग्लैंड टीम का नेतृत्व करते हुए भी देख सकते हैं।

जेमी स्मिथ की यह सफलता ‘Bazball’ के दर्शन की भी सफलता है, जिसने इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट में एक नई जान फूँक दी है। यह दिखाता है कि जब युवा प्रतिभा को सही समर्थन और खुलकर खेलने की आज़ादी दी जाती है, तो वे क्या कुछ कर सकते हैं। अब पूरी दुनिया की नज़रें इस युवा सितारे पर होंगी, यह देखने के लिए कि वह अपने करियर को यहाँ से किन नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं। लेकिन एक बात तो तय है, जेमी स्मिथ का नाम अब क्रिकेट के दीवानों की ज़ुबान पर लंबे समय तक रहने वाला है।

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