Lord’s में भारत का पलटवार: बुमराह के कहर के बाद राहुल-नायर ने संभाली पारी, तीसरे टेस्ट में जबरदस्त रोमांच

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Lord’s में दूसरे दिन का खेल: गेंद और बल्ले की जंग

क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले Lord’s के ऐतिहासिक मैदान पर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का तीसरा टेस्ट मैच अपने पूरे रोमांच पर है। दूसरे दिन का खेल पूरी तरह से उतार-चढ़ाव से भरा रहा, जहां कभी इंग्लैंड के गेंदबाज हावी दिखे तो कभी भारतीय बल्लेबाजों ने पलटवार किया। लेकिन दिन का सार जसप्रीत बुमराह के उस fiery spell में छिपा था जिसने इंग्लैंड के मजबूत दिख रहे batting lineup की कमर तोड़ दी और उसके बाद केएल राहुल और करुण नायर की उस जुझारू partnership में, जिसने भारत को शुरुआती झटके से उबारा।

इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन दूसरे दिन की सुबह उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थी। जसप्रीत बुमराह अपनी पूरी लय में दिखे और उन्होंने अपनी आग उगलती गेंदों से इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। अपने शुरुआती spell में ही बुमराह ने तीन बड़े विकेट चटकाकर मेजबान टीम को back foot पर धकेल दिया। एक के बाद एक गिरते विकेटों के बीच इंग्लैंड की टीम किसी तरह 271/7 के स्कोर तक ही पहुंच सकी। यह बुमराह की शानदार गेंदबाजी का ही नतीजा था कि भारत ने इंग्लैंड को एक विशाल स्कोर बनाने से रोक दिया।

भारत की लड़खड़ाती शुरुआत, जायसवाल सस्ते में आउट

जब भारतीय टीम अपनी पहली पारी की शुरुआत करने उतरी, तो सभी की निगाहें युवा sensation यशस्वी जायसवाल पर टिकी थीं। जायसवाल इस सीरीज में अब तक शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने पहले टेस्ट में century और दूसरे टेस्ट में 87 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। उनसे एक और बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन Lord’s का दबाव उन पर हावी हो गया। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हुए जायसवाल को जल्दी ही पवेलियन की राह दिखा दी। भारत को 16 रन पर ही अपना पहला और सबसे महत्वपूर्ण विकेट गंवाना पड़ा।

जायसवाल का विकेट गिरना भारत के लिए एक बड़ा झटका था। ड्रेसिंग रूम में अचानक सन्नाटा पसर गया और टीम पर भारी दबाव आ गया। जायसवाल, जो इससे पहले इंडिया ए के लिए खेलते हुए इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अंपायर के फैसले पर dissent दिखाने के लिए भी सुर्खियों में आए थे, इस बार खामोशी से पवेलियन लौट गए। उनके चेहरे पर निराशा साफ पढ़ी जा सकती थी। इस शुरुआती झटके ने इंग्लैंड के खेमे में नई ऊर्जा भर दी और ऐसा लगा कि वे भारतीय टीम को जल्दी समेट देंगे।

संकटमोचक बने केएल राहुल और करुण नायर

इस मुश्किल घड़ी में क्रीज पर आए अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल और करुण नायर। दोनों के कंधों पर टीम को इस संकट से निकालने की भारी जिम्मेदारी थी। राहुल, जो दूसरे टेस्ट में भी 28* रन बनाकर नाबाद लौटे थे, ने अपनी class और temperament का शानदार प्रदर्शन किया। वहीं, करुण नायर, जिन्होंने दूसरे टेस्ट में जायसवाल के साथ 80 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई थी, ने भी दूसरे छोर पर चट्टान की तरह डटकर उनका साथ दिया।

दोनों ने मिलकर इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के शुरुआती हमले को झेला। क्रिस वोक्स और उनके साथी गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन राहुल और नायर ने संयम नहीं खोया। उन्होंने खराब गेंदों को बाउंड्री के पार पहुंचाया और अच्छे गेंदों को सम्मान दिया। धीरे-धीरे दोनों के बीच एक solid partnership बनने लगी। इस साझेदारी ने न केवल भारत को शुरुआती झटके से उबारा, बल्कि इंग्लैंड के गेंदबाजों को भी थकाना शुरू कर दिया। यह recovery भारतीय पारी के लिए संजीवनी बूटी साबित हुई और इसने मैच को वापस संतुलन में ला खड़ा किया। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक, इन दोनों ने सुनिश्चित किया कि भारत अब एक बेहतर स्थिति में है और पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने की उम्मीदें अभी जिंदा हैं।

सीरीज का रोमांच: अब तक क्या-क्या हुआ?

यह सीरीज शुरुआत से ही बेहद प्रतिस्पर्धी रही है। पहले टेस्ट में भारत ने जायसवाल और शुभमन गिल की शानदार centuries की बदौलत 80 ओवर में 331-3 का स्कोर बनाया था। दूसरे टेस्ट में भी भारत का दबदबा देखने को मिला, जहां एक समय टीम इंडिया की बढ़त 244 रनों की हो गई थी। उस मैच में जायसवाल (87) और करुण नायर के बीच 80 रनों की साझेदारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया था।

हालांकि, इंग्लैंड ने भी सीरीज में शानदार वापसी की है। एक मैच में डकेट के ton-up प्रदर्शन और ‘rock-solid’ जो रूट की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने भारत को पांच विकेट से मात दी थी। इस सीरीज में शार्दुल ठाकुर ने भी एक ही ओवर में दो विकेट लेकर अपना कमाल दिखाया है, जबकि इंग्लैंड के ब्रूक ने अपनी 9वीं टेस्ट सेंचुरी पूरी की। यह बताता है कि दोनों टीमों के बीच मुकाबला कितना कड़ा चल रहा है और कोई भी टीम हार मानने को तैयार नहीं है।

आगे की राह: तीसरे दिन का खेल तय करेगा मैच का रुख

अब तीसरे टेस्ट का तीसरा दिन मैच की दिशा और दशा तय करेगा। सब कुछ केएल राहुल और करुण नायर की इस साझेदारी पर निर्भर करेगा। अगर यह जोड़ी पहले सेशन में बिना विकेट खोए निकाल लेती है, तो भारत पहली पारी में एक महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर सकता है। वहीं, इंग्लैंड की कोशिश होगी कि वे सुबह की नमी का फायदा उठाकर इस partnership को जल्द से जल्द तोड़े और भारतीय batting lineup में सेंध लगाए।

कुल मिलाकर, Lord’s टेस्ट एक रोमांचक मोड़ पर खड़ा है। दूसरे दिन ने यह साबित कर दिया कि यह मैच किसी एक टीम के पक्ष में नहीं है। यह गेंद और बल्ले के बीच एक सच्ची जंग है, जहां हर रन और हर विकेट कीमती है। अब देखना यह होगा कि तीसरे दिन कौन सी टीम बाजी मारती है और इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में अपनी पकड़ मजबूत करती है।

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